उत्तराखंड में मानसून दस्तक दे चुका है। मानसून सीजन में जनता को कई तरह की समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। भीषण गर्मी से निजात मिलने के साथ-साथ मानसून सीजन में अब शहर के भीतर जलभराव जैसी समस्या सामने आने लगेंगी। डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियां भी आम जन के लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं। जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन के अधिकारी हर स्तर से अपनी तैयारियों को पहले से ही पूरा करने का दावा कर रहे हैं। देहरादून की डीएम सोनिका जिनके पास इस समय नगर निगम प्रशासक का भी चार्ज है उन्होंने बताया कि साफ सफाई के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने का भी काम किया जा रहा है। नदी, नालियों की सफाई से लेकर पेस्ट्रीसाइड और फॉगिंग अभियान के ज़रिये निगम इन घातक बीमारियों को रोकने की कवायद में जुटा हुआ है। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बताया कि आपदा कंट्रोल रूम को भी निगम परिसर में स्थापित कर दिया गया है। शहर में सबसे बड़ी चुनौती मानसून मे जलभराव को लेकर रहती है। ड्रेनेज सिस्टम चोक होने की वजह से अक्सर देहरादून की सड़कों पर भारी मात्रा मे पानी भर जाता है, जिसके लिए नगर निगम प्रशासन पानी की निकासी के लिए ग्राउंड ज़ीरो पर पहुंचकर लगातार निरिक्षण कर रहा है। मानसून सीज़न मे नदी,नालों और सड़कों पर कूड़ा ना फेंकने की नगर आयुक्त गौरव कुमार ने जनता से अपील भी की है।
बाइट- सोनिका, डीएम देहरादून
बाइट- गौरव कुमार, नगर आयुक्त
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