चारधाम यात्रा पर साइबर ठगों की नजर

चारधाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड में लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल पहुंचते हैं। गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ धाम आस्था का केंद्र हैं। ऐसे में ऑनलाइन माध्यम से बुकिंग कराने वाले तीर्थयात्रियों को साइबर ठग अपने जाल में फंसा लेते हैं। हेली सेवा की बुकिंग के नाम पर यात्रियों के साथ अधिकांश ठगी के मामले सामने आते रहे हैं। विश्व भर से आने के इच्छुक श्रद्वालुओं से विभिन्न प्रकार से ऑनलाइन धोखाधड़ी करने में लिप्त कुल 76 वेबसाइटों को बीते यात्रा वर्ष से अभी तक राज्य पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने ब्लॉक कराया है। उत्तराखंड एसटीएफ का साइबर अपराध पुलिस स्टेशन चारधाम यात्रा को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है। तीर्थयात्रियों को ठगी से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। एसटीएफ के साइबर अपराध पुलिस स्टेशन के पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा ने कहा कि गृह मंत्रालय और साइबर क्राइम के साथ मिलकर चारधाम से जुड़ी अब तक कुल 76 वेबसाइटों को ब्लॉक किया है और देश-विदेश के असंख्य लोगों को ठगी से बचाया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 की तरह, इस वर्ष अभी तक एसटीएफ और साइबर क्राइम ब्रांच ने कुल 12 फर्जी वेबसाइटों को ब्लॉक कर बन्द करने का अभियान शुरू किया है। उन्होंने बताया कि चालू वर्ष 2024 में राज्य सरकार के युकाडा द्वारा आईआरसीटीसी के साथ अनुबन्ध करवाकर सहायता प्रदान की जा रही है। इस सम्बन्ध में युकाडा द्वारा चारधाम से सम्बन्धित पंजीकरण एवं हेलीसेवा के सम्बन्ध में सभी जानकारियों के साथ विवरणिका तैयार किया गया है। ठगों द्वारा हेलीसेवा के नाम पर फर्जी वेबसाईट तैयार कर हेली सेवा बुकिंग के नाम पर सम्पूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों में लाखों रुपए की धोखाधड़ी की जा रही है। आईआरसीटीसी द्वारा अपनी वेबसाईट को चारधाम हेलीसेवा की बुकिंग के लिए अधिकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि कोई भी भुगतान करने से पहले सम्बन्धित भुगतान के माध्यम की जांच पड़ताल स्वंय कर लें। उन्होंने जनता से अपील की है कि यदि कोई भी फर्जी हेली सेवा वेबसाईट, मोबाईल नम्बर, लिंक आदि की जानकारी किसी को मिले तो एसटीएफ, उत्तराखंड के ऑफिस देहरादून से साझा करें। उन्होंने आम जनता से इस क्रम में अनुरोध किया है कि दो मोबाईल नं 9456591505 एवं 9412080875 पर ऐसे किसी भी जानकारी को स्क्रीनशॉट के साथ साझा करें।

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