उत्तराखंड में आयुष विभाग एक बार फिर विवादों में है। इस बार विवाद फार्मासिस्टों के ट्रांसफर को लेकर है। राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मासिस्ट एसोसिएशन इसका विरोध कर रही है। एसोसिएशन की माने तो जारी की गई ट्रांसफर लिस्ट में 16 नाम ऐसे हैं जिनके ट्रांसफर गलत तरीके से नियमों को ताक पर रखकर किया गया है। जिसकी शिकायत के बाद भी कोई कारवाई नहीं की जा रही है। फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने 26 जून को आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं निदेशालय पर एक दिवसीय धरना देने का फैसला किया है। अगर इस धरने पर भी उनकी बात नहीं मानी जाती है तो संगठन अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर भी विचार कर रही है। अगर ऐसा होता है तो उत्तराखंड में आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मासिस्ट के 1000 से ज्यादा कार्मिक धरने पर रहेंगे जिससे आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से बाधित होगी।आपको बता दें कि इसी महीने 8 जून को आयुष विभाग में 29 फार्मासिस्टों की एक सूची जारी हुई है, जिससे राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मासिस्ट एसोसिएशन नाराज है। फार्मासिस्ट एसोसिएशन की माने तो इस लिस्ट में शामिल 29 नाम में से 16 फार्मासिस्टों के ट्रांसफर नियम विरूद्ध किए गए हैं।
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